निकोलस कोपरनिकस एक बहुत ही होशियार वैज्ञानिक थे, जो लगभग 500 साल पहले रहते थे।
उन्होंने आसमान की ओर देखकर कहा:
"**सूरज पृथ्वी के चारों ओर नहीं घूमता...
असल में, पृथ्वी सूरज के चारों ओर घूमती है! 🌞🌍"
उस ज़माने में लोग मानते थे कि "पृथ्वी ही ब्रह्मांड का केंद्र है", लेकिन कोपरनिकस ने कहा:
"नहीं! सूरज केंद्र में है, और पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति जैसे ग्रह उसके चारों ओर घूमते हैं।"
इसे कहते हैं हेलियोसेंट्रिक मॉडल (Heliocentric Model) — "Helio" मतलब सूरज।
तब लोग सोचते थे कि पृथ्वी सबसे खास है।
कोपरनिकस की बात से लोग चौंक गए।
कई लोगों ने उस पर भरोसा नहीं किया, कुछ नाराज़ भी हुए।
बाद में गैलीलियो और केप्लर जैसे वैज्ञानिकों ने इसे सच साबित किया।
अब तो हम सब इसे स्कूल में पढ़ते हैं! 🌞➡️🌍🌕
सूरज सौरमंडल का केंद्र है।
पृथ्वी भी एक ग्रह है, जैसे बाकी ग्रह।
विज्ञान का मतलब है सवाल पूछना, भले ही सब सहमत न हों!